Bhajan Swarlipi, Part -1 भजन स्वरलिपि भाग -1
भजनों और आरतियों की स्वरलिपि
जीवन चार दिनों का मेला है. इसे
व्यर्थ ना गंवाईये. मनुष्य जन्म बड़े भाग्य से मिला है. प्रभु भक्ति करके इसे
संवारिये. जीवन की भाग दौड़ लगी रहेगी. कुछ पल प्रभु के गुणगान में बिताइये. अंत
समय कुछ साथ न जायेगा. एक तेरा प्रभु नाम सुमिरन भव सागर से पार लगायेगा. प्रभु
भजन गाकर हरि चरणों में मोक्ष को प्राप्त करें.
सियावर रामचन्द्र की जय. ॐ नमः शिवाय.
1. A अँखियाँ हरि दर्शन की प्यासी 13
2. A अब तो माधव मोहि उबार 19
3. A अब सौंप दिया इस जीवन का 22
4. A अल्ला तेरो नाम ईश्वर तेरो नाम 25
5. A ऐ मालिक तेरे बन्दे हम 30
6. C चल उड़ जा रे पंछी 34
7. C चली कौन से देस गुजरिया 40
8. C चलो मन जाएँ घर अपने 44
9. D दुर्गा है मेरी माँ 46
10. E एक ओंकार सतनाम 49
11 H हम भी सखा तुम्हारे हैं 51
12. H हे दुःख भंजन मारुति नंदन 54
13. H हे भोल्या शंकरा मराठी 56
14. H हो जा राम नाम का पक्का 58
15. I इक झोली में फूल खिले हैं 62
16. J जय जय हे जगदम्बे माता 65
17. J जय राधा माधव 69
18. K कृष्ण जिनका नाम है 73
19. M मन्त्र कर्पूर गौरं करुणावतारं 77
20. M मन्त्र गजाननं भूत गणादि सेवितं78
21. M महा मृत्युंजय मन्त्र 78
22. O ॐ जय जगदीश हरे 80
23. O ॐ नमः शिवाय 82
24. O ॐ नमः शिवाय 84
25. S श्री गणेश आरती 86
26. S श्री गणेश आरती 88
27. S संकीर्तन 1 गोविन्द हरे गोपाल बोलो 93
28. S संकीर्तन 2 गोविन्द बोलो हरि गोपाल बोलो 95
29. S संकीर्तन 3 गोविन्द जै जै गोपाल जै जै 96
30. S संकीर्तन 4 श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी 97
31. S संकीर्तन 5 बोलो श्री राम जय राम 98
32. S संकीर्तन 6 हरे रामा हरे रामा 99
33. S संकीर्तन 7 हरे रामा हरे रामा 100
34. S संकीर्तन 8 सारे बोलो जय माता दी 101
35. S संकीर्तन 9 हरे रामा हरे रामा 101
36. S संकीर्तन 10 जपो राधे गोविन्द 103
37. S संकीर्तन 11 मुकुंद माधव गोविन्द बोल 104
38. S संकीर्तन 12 भजमन नारायण 105
39. S सुबह सुबह ले शिव का नाम 107
40. S सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को 109
41. T तुम बिन मोरी कौन खबर ले 114
42. T तोसो लाग्यो नेह रे प्यारे 118
43. T त्रिदेव आरती 120
44. Z ज़िन्दगी का सफ़र है ये कैसा सफ़र 125
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