Md. Rafi ke 51 Geeton ki Sargam, Part-4 Book मो. रफ़ी के 51 गीतों की सरगम, भाग-4 पुस्तक
संगीत प्रेमियों हेतु एक और किताब प्रस्तुत है. मो. रफ़ी के चाहने वाले प्रसन्न हो जाएँ. मो. रफ़ी के 51 गीतों की सरगम, भाग-4 पुस्तक शीघ ही उपलब्ध होने वाली है. इस पुस्तक में गीतों के स्वर तथा उनकी स्वरलिपि बड़े ही सरल अंदाज़ में लिखकर आपके सामने प्रस्तुत है. गीतों की ताल का उल्लेख एक कोर्ड का उल्लेख और किस स्वर को सा मानकर स्वरलिपि दी गयी है सब जानकारी इस पुस्तक में मिलेगी. बच्चे बूढ़े और जवान सभी के लिए आनंद प्रदान करने वाली पुस्तक को खरीदने के लिए तैयार रहें. मेरे कितने ही सीनिअर सिटीजन मित्रों ने इन पुस्तकों की फरमाइश की है. हमारे घर में हारमोनियम बरसों से ऐसे ही पड़ा था अब हम इन पुस्तकों की मदद से हारमोनियम बजाने लगे हैं और आनंद में रहने लगे हैं. आप खुद आनंदित हों और दूसरों को गीत सुनाकर आनंद प्रदान करें.
मैं प्यार का राही हूँ........
Md. Rafi ke 51 Geeton ki Sargam, Part-4 |
अनुक्रमणिका
1. A
अजी हम से बचकर कहाँ
जाइएगा 15
Aji ham se bachkar kahaan jaaiyega
2. A
अपनी आज़ादी को हम 18
apni aazadi ko ham
3. A
आये बहार बन के
लुभाकर चले गये 25
aaye bahar ban ke lubhakar chale gaye
4. A
ऐ नर्गिस ए मस्ताना 27
ae nargise mastana
5. B
बस्ती बस्ती पर्बत
पर्बत 30
basti basti parbat parbat
6. B
बा होशो हवास में
दीवाना 33
ba hosho haws mein deewaana
7. C
चली चली रे पतंग मेरी 36
chali chali re patang meri
8. D
दिल खुश है आज उनसे
मुलाकात 39
dil khush hai aaj unse mulakat
9. D
दिल जो न कह सका 42
dil jo na kah saka
10. F
फिर मिलोगे कभी 45
fir miloge kabhi
11. G
घोड़ा पिशोरी मेरा
टांगा लाहौरी मेरा 49
ghoda pishori mera tanga lahauri mera
12. H
हम लाये हैं तूफ़ान से
कश्ती निकाल के 52
ham laaye hain toofan se kashti nikal ke
13. H
है दुनिया उसी की
ज़माना उसी का 57
hai duniya usi ki zamana usi ka
14. J
जब आती होगी याद मेरी 60
jab aati hogi yaad meri
15. J
जाने चमन शोला बदन 63
jaane chaman shola badan
16. K
कहाँ जा रहा है तू ऐ
जाने वाले 66
kahaan ja raha hai tu ae jaane wale
17. L
लाल छड़ी मैदान खड़ी 70
laal chhdi maidaan khadi
18. M
मतलब निकल गया है तो 75
matlab nikal gaya hai to
19. M
मुझको अपने गले लगा
लो 78
mujhko apne gale laga lo
20. M
मुझे इश्क है तुझी से 82
mujhe ishq hai tujhi se
21. M
मैं प्यार का राही
हूँ 86
main pyar ka raahi hoon
22. M
मैंने रखा है मोहोबत
अपने अफसाने 89
maine rakha hai monobat apne afsaane
23. N
न किसी की आँख का नूर
हूँ 93
na kisi ki aankh ka noor hoon
24. N
नाचे मन मोरा मगन 95
naache man mora magan
25. O
ओ नन्हे से फ़रिश्ते 98
o nanhe se farishte
26. O
ओ मेरे शाह ए खुबां 102
o mere shah e khubaan
27. P
परवरदिगार ए आलम तेरा
ही है सहारा 106
parwar digar e aalam tera hi hai sahara
28. P
पूछे जो कोई मुझसे
बहार कैसी होती है 111
poochhe jo koi mujhse bahaar kaisi hoti hai
29. R
राधिके तूने बंसरी
चुराई 114
radhike tune bansari churaaii
30. S
शादी के लिए रज़ामंद
कर ली 118
shadi ke liye razmand kar li
31. S
सर जो तेरा चकराए 121
sar jo tera chakraaye
32. S
साजन साजन पुकारूं
गलियों में 124
saajan saajan pukaaroon galiyon mein
33. T
टूटे हुए ख्वाबों ने 129
toote huwe khwabon ne
34. T
तस्वीर तेरी दिल में 132
tasweer teri dil mein
35. T
तुम जो मिल गये हो 135
tum jo mil gaye ho
36. T
तुम्हारी नज़र क्यूँ
खफा हो गयी 139
tumhari nazar kyun khafa ho gayi
37. T
तेरी जवानी तपता
महीना 143
teri jawani tapta maheena
38. T
तेरे नैनों के मैं
दीप जलाऊँगा 146
tere nainon ke main deep jalaaoonga
39. T
तेरे मेरे सपने अब एक
रंग हैं 150
tere mere sapne ab ek rang hain
40. V
वतन की राह में वतन
के नौजवां 153
watan ki raah men vatan ke naujawaan
41. V
वादा कर ले साजना 156
vaada kar le saajna
42. V
वृन्दावन का कृष्ण
कन्हैया 160
vrindavan ka krishn kanhaiya
43. Y
याद न जाए बीते दिनों
की 163
yaad na jaaye beete dinon ki
44. Y
यूँ ही तुम मुझसे बात
करती हो 166
yun hi tum mujhse baat karti ho
45. Y
ये चाँद सा रौशन
चेहरा 170
ye chaand sa raushan chehra
46. Y
ये ज़ुल्फ़ अगर खुल के
बिखर 174
ye zulf agar khul ke bikhar
47. Y
ये दिल तुम बिन कहीं
लगता नहीं 177
ye dil tum bin kahin lagta nahin
48. Y
ये माना मेरी
जाँ मोहोबत सज़ा है 183
ye mana meri jaan mohobbat saza hai
49. Y
ये मेरा प्रेम पत्र
पढ़कर 189
ye mera prem patr padhkar
50. Y
ये वादियाँ ये फिज़ाएँ
बुला रही हैं तुम्हें 192
ye vaadiyaan ye fijayein bula rahi hain tumhein
51. Z
ज़िन्दगी भर नहीं
भूलेगी वो बरसात 196
zindagi bhar nahin bhulegi vo barsaat
सरगम या अलंकार या पलटे 201
sargam alankar ya palte