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Friday, June 25, 2021

Bhajan Swarlipi, Part-2 भजन स्वरलिपि, भाग-2

 Bhajan Swarlipi, Part-2  भजन स्वरलिपि, भाग-2

जीवन चार दिनों का मेला है. इसे व्यर्थ ना गंवाईये. मनुष्य जन्म बड़े भाग्य से मिला है. प्रभु भक्ति करके इसे संवारिये. जीवन की भाग दौड़ लगी रहेगी. कुछ पल प्रभु के गुणगान में बिताइये. अंत समय कुछ साथ न जायेगा. एक तेरा प्रभु नाम सुमिरन भव सागर से पार लगायेगा. प्रभु भजन गाकर हरि चरणों में मोक्ष को प्राप्त करें.

सियावर रामचन्द्र की जय.  ॐ नमः शिवाय.


Bhajan Swarlipi, Part-2

 

1.           A अब कैसे छूटे राम नाम रट लागी

2.           A आओ कन्हाई मेरे धाम 

3.           B बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया   

4.           B भजो मधुरा हरि नाम जपो रे       

5.           C छाप तिलक सब छीनी  

6.           D दईया रे दईया यशोदा मैया       

7.           D दया कर दान भक्ति का

8.           D दर्शन दो घनश्याम नाथ 

9.           G गोकुल की गलियों का ग्वाला     

10.         H हम को मन की शक्ति देना        

11.         H हर हर भोले मेरे प्यारे प्यारे        

12.         H हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया         

13.         M महादेव शंकर हैं जग से निराले 

14.         Oओ कान्हा मुझको भी रंग ले अपने रंग में  

15.         P पायो जी मैंने राम रतन धन पायो 

16.         P प्रार्थना सुनिये श्री भगवान           

17.         P प्रेम मुदित मन से कहो  

18.         R रघुवर तुमको मेरी लाज

19.         R राम कृष्ण हरी 

20.         S श्री राधा मोहन श्याम शोभन       

21.         S संकीर्तन 1 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र (21-32 in different Ragas and laya taal)

22.         S संकीर्तन 10 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र    

23.         S संकीर्तन 11 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र    

24.         S संकीर्तन 12 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र    

25.         S संकीर्तन 2 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

26.         S संकीर्तन 3 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

27.         S संकीर्तन 4 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

28.         S संकीर्तन 5 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

29.         S संकीर्तन 6 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

30.         S संकीर्तन 7 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

31.         S संकीर्तन 8 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

32.         S संकीर्तन 9 हरे राम हरे कृष्ण महामन्त्र      

33.         S सत्यम् शिवम् सुन्दरम्   

34.         S सुबह सुबह ले शिव का नाम       

35.         T ठुमक चलत रामचंद्र     

36.         T तू प्यार का सागर है      

37.         T तू ही दुर्गा तू ही भवानी  

38.         T तेरी गठरी में लगा चोर मुसाफ़िर 

39.         T तेरे नैना क्यों भर आये   

40.         T तोरा मन दर्पन कहलाए

41.         U ऊपर गगन विशाल     

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